Friday 18 January 2013

आगाज़



हर साल की तरह ये साल भी कुछ नया गुजरने वाला नहीं था। इस बात पर यकीन कर के मैंने भी खुद को


समझा लिया होता अगर साल के अंत में दामिनी-निर्भया की दर्दनाक मौत न होती। खैर , मन में काफी उठा पटक चल रही थी और इसी बीच अभिषेक भैया का मैसेज न मिला होता, तो शायद ये साल भी और सालों की तरह साधारण ही गुज़र रहा होता ... इसलिए लम्बे विराम के बाद पहली पोस्ट आपके नाम अभिषेक भैया !!
याद रहेगी वो दो कौफियाँ और वो बेहतरीन मुलाकात ...ज़िन्दगी भर !
एक बेहद खूबसूरत सी जगह , उससे भी लाजवाब बातचीत और सबसे बढ़ कर जो आपने दिया , वो कांफिडेंस था, ...।
अरसे से सोचता था , मैं भी लिखूं। फिर सोचता , पढ़ेगा कौन ..और अगले ही पल मेरी सोच का महल ताश के पत्तो की तरह ढह जाता। ये क़ुबूल करने का दम था कि मेरा इंटेलेक्चुअल लेवल अभी उतना नहीं है जिसमे मैं ब्लॉग लिख सकूं, लेकिन ये कभी नहीं सोचा था कि उसको सुधारूं कैसे ? खैर, उस रोज़ इच्छा ने जोर मारा और सोच के तरकश में एक नया तीर दिखा। ठीक है , मुझे लिखना नहीं आता , लेकिन लिखूंगा तभी तो सीखूंगा !! और फिर आ पहुंचे मैदान में।।
तो इस साल की पहली पोस्ट ..आप सब के आशीर्वाद और अभिषेक भैया के नाम ..!!

खूब यारी निभाते हैं,और वो हमारी यारी की मिसाल देतें हैं,
इधर हम पीछे मुड़ते हैं ,वो अपनी तमाम फौजें निकाल देते है !!


कहते हैं मेरे रहनुमा बन सकते हैं वो तमाम जवाब दे कर,
जो मिलता हूँ उनसे ,वो तोहफे में एक हज़ार सवाल देते हैं !!


लगता है जैसे मेरा उनका नाता कई जन्मों का है,
फिर भी जाने क्यूं जब भी मिलते हैं वो सिर्फ मलाल देते हैं !!


बादलों से आस लगाता हूँ, खेत सींचने के लिए , मैं आया
कह सारे तालाबों में बहा कर भर रंग लाल देते हैं !!


फिर भी हम खुश है उनकी रियासत में ,रहनुमाई में रह कर ,
हमे यकीं है के वो वादों के मुताबिक, सबको ज़िन्दगी खुशहाल देते हैं !!

4 comments:

  1. वैसे इंटेलेक्चुअल लेवल मेरा तो कुछ भी नहीं है लेकिन देखिये फिर भी लिखते ही रहते हैं कुछ से कुछ बकवास :)
    आपने तो फिर भी अच्छा लिखा है....
    और हाँ, वो शाम सही में मस्त थी....जगह, कॉफ़ी और बातों का टॉपिक...सब कुछ परफेक्ट था उस दिन....

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    1. अभिषेक भैया .. अब आपने शुरू तो करवा दिया है ..आगे देखते हैं कहाँ तक पहुचते हैं ..खैर ...दिल से शुक्रिया !!

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  2. kehte hain mere rehnuma ban sakte hain wo tamam jawab dekar,jo milta hu unse,wo tohfe me hazar sawaal dete hain........so nice,,,,boht hi acha likha hai apne,,,well done,,keep it up....

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