Friday 26 August 2011

......zindagi...

वक़्त के सितम बड़े संगीन होते हैं ,
गर देखो तो ये भी हसीन होते हैं ,
कभी कोरी काली सी स्लेट,
तो कभी धनक से रंगीन होते हैं ,
कभी तेज़ पीली धूप,
शांत नीले समंदर का रूप,
कभी सुर्ख लहू की गर्मी,
बादलों की श्वेताभ नरमी,
तो कभी सावन से हरे भरे ,
 रंग ज़िन्दगी में हैं भरे
गर पहचानो तो ज़िन्दगी रंगीन है ,\
गर नहीं,
तो स्याह आंसुओ की दास्ताँ,
एक एक पल ग़मगीन है,
जो मुस्करा क जी गए उम्र को तो ज़िन्दगी,
वरना जीने के जज्बे की तौहीन है ,,,..

No comments:

Post a Comment

तह-ए- दिल से शुक्रिया ..आप के मेरे ब्लॉग पर आने का , पढने का ,..और मेरा उत्साहवर्धन करने का। आपके मूल्यवान सुझाव, टिप्पणियाँ और आलोचना , सदैव आमंत्रित है। कृपया बताना न भूलें कि आपको पोस्ट कैसी लगी.